कुबेर के कोष (खजाना) का नाम निधि है
Sachetan

अष्ट सिद्धि नौ निधि पर सचेतन में विशेष विचार:

 

अणिमा, लघिमा, गरिमा, महिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, वशित्व एवं ईशित्व इन आठ सिद्धियों की प्राप्ति ही ऐश्वर्य है।कुबेर के कोष (खजाना) का नाम निधि है जिसमें पद्म, महापद्म, नील, मुकुंद, नन्द, मकर, कच्छप, शंख और खर्व निधि होते हैं  

Manovikas Family hosts the Sachetan Programme on a daily basis at 10:)) am on ZOOM. Register in advance to JOIN the Sachetan: 

 

JOIN on ZOOM at 10 am
Watch the Sessions on Youtube
हमारे जीवन की प्रक्रिया कैसी है
जीवन (अंग्रेजी: Life) अर्थात हमारे जन्म से मृत्यु के बीच की कालावधि ही जीवन कहलाती है, जो की हमें ईश्वर द्वारा दिया गया एक वरदान है। लेकिन हमारा जन्म क्या…
Read more...
 
हमारा कर्म, धैर्य, बुद्धि और खुशी ही हमारे सुख दुःख का कारण है
सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके मन की प्रकृति के अनुरूप होती है। सभी लोगों में श्रद्धा होती है चाहे उनकी श्रद्धी की प्रकृति कैसी भी हो। यह वैसी होती है…
Read more...
 
अपने पूजा, सधना, यज्ञ, तप, त्याग, दान, ज्ञान और भोजन से प्रकृति के सत्व-रजस्-तमस गुण को समझ सकते हैं।
प्रकृति में त्रिविध गुण के प्रभाव को आपके द्वारा किए जाने वाले पूजा, सधना, यज्ञ, तप, त्याग, दान, ज्ञान और भोजन आदि में विविधता को समझ सकते हैं और इसका…
Read more...
 
प्रकृति ही नैसर्गिक/लाज़मी है और सभी भौतिक पदार्थों और हमारे मानसिक तत्वों यथा मन, बुद्धि आदि की भी जननी है।
प्रकृति अर्थात् ‘प्र = विशेष’ और ‘कृति = किया गया’। स्वाभाविक की गई चीज़ नहीं विशेष रूप से की गई चीज़, ही प्रकृति है। प्रकृति का अर्थ सामान्यतः प्रकृति से…
Read more...
 
Watch the Sessions on Youtube
JOIN on ZOOM at 10 am
Manovikas Charitable Society
60A Radhey Puri-I, Delhi - 110051, INDIA
@manovikas 2021
Unsubscribe   |   Manage your subscription   |   View online