Madhumita Basu Many participants join Sachetan and everyone has got to see changes in their lives, but in Sachetan there is one participant whose life has seen regular changes. Madhumita Basu, a 16 years old girl regularly participates in Sachetan. …
श्री वशिष्ठ जी कहते हैं- रघुनन्दन! इस संसार में ब्रह्मा से लेकर स्थावर/स्थायी पर्यन्त सभी जाति के प्राणियों के सदा दो-दो शरीर होते हैं। एक तो मनोमय शरीर होता है, जो शीघ्रता पूर्वक सब कार्य करने वाला और सदा चंचल …
जीवन (अंग्रेजी: Life) अर्थात हमारे जन्म से मृत्यु के बीच की कालावधि ही जीवन कहलाती है, जो की हमें ईश्वर द्वारा दिया गया एक वरदान है। लेकिन हमारा जन्म क्या हमारी इच्छा से होता है? नहीं, यह तो मात्र नर …
सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके मन की प्रकृति के अनुरूप होती है। सभी लोगों में श्रद्धा होती है चाहे उनकी श्रद्धी की प्रकृति कैसी भी हो। यह वैसी होती है जो वे वास्तव में है।पारितोषिक की अपेक्षा किए बिना और …
प्रकृति में त्रिविध गुण के प्रभाव को आपके द्वारा किए जाने वाले पूजा, सधना, यज्ञ, तप, त्याग, दान, ज्ञान और भोजन आदि में विविधता को समझ सकते हैं और इसका पता लगा सकते हैं। जब आप देवताओं का पूजन या …
प्रकृति अर्थात् ‘प्र = विशेष’ और ‘कृति = किया गया’। स्वाभाविक की गई चीज़ नहीं विशेष रूप से की गई चीज़, ही प्रकृति है। प्रकृति का अर्थ सामान्यतः प्रकृति से हमारा तात्पर्य हमारे चारों ओर बिखरे नैसर्गिंक वातावरण, जिसे छंजनतम …