सदा मुस्कुराता हुआा आदिल, जो हमेंशा एक ही तरह के कामों में उलझा रहना पसंद करता है।
आदिल के परिवार में उसका बड़ा भाई है और इनका देख-रेख मनोविकास स्वतंत्र जीवनकला केन्द्र के छात्रावास में होता है।
प्रशिक्षण के बाद अब आदिल स्वयं को काटना, यौन सम्बन्धी समस्या व्यवहार, आदि से निजात पाकर कॉपी में लिखते रहना, दोस्तों से बातें करना, अपनी चीजांे को संभालकर रखना जैसे क्रियाकलापों में व्यस्त रहता है।
ऑटिस्म अब आदिल को कम परेशान करता है क्योंकि अब वह स्पष्ट और स्थिर व्यवहार करना पसंद करने लगा है।